महिला आरक्षी हत्याकांड का पर्दाफाश, पति गिरफ्तार
छुटकारा पाने के लिए पति ने धोखे से उतारा मौत के घाट
बाराबंकी। मसौली थाना क्षेत्र में बीते दिन महिला आरक्षी का लहूलुहान शव मिलने के 24 घंटो के भीतर पुलिस टीमों की संयुक्त कार्रवाई में हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने प्रेसवार्ता में पूरी वारदात की जानकारी दी।
मसौली थाना क्षेत्र में बिन्दौरा के पास बीते दिन खेत किनारे लगी झाड़ियों में सुबेहा थाना में तैनात महिला आरक्षी विमलेश पाल का शव मिलने से पुलिस महकमे में ह्ड़कंप मच गया था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या, रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार ने कुछ ही देर में घटनास्थल का मुआयना करके बयान दिया था। पुलिस अधीक्षक अर्पित विजय वर्गीय के निर्देश पर स्वाट, सर्विलांस और मसौली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 24 घंटे में इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजय वर्गीय ने बताया कि सुल्तानपुर जिले के जयसिंह थाना क्षेत्र निवासनी मृतका की बहन पूजा पाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। फॉरेन्सिक टीम, सीसीटीवी व अन्य साक्ष्याे के आधार पर पुलिस टीमाे की संयुक्त कार्रवाई में नामजद हत्यारोपी इन्द्रेश मौर्या को भयारा मार्ग पर प्लाई फैक्ट्री के पास से दबोचने में कामयाबी पाई। इन्द्रेश के पास से हत्या में प्रयुक्त पाना (रॉड), वैगन आर कार और मृतका का पर्स भी बरामद हुआ है।
इन्द्रेश ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसकी विमलेश से 2017 में दोस्ती हुई जो जल्द ही प्रेम में बदल गई थी। प्रेम होने की दशा में उसने शादी की पेशकश की, लेकिन आरोपी ने मना कर दिया तो आत्महत्या का दबाव बनाने लगी। इस बीच आरोपी की दूसरी जगह शादी हो गई। मृतका को इस बात की जानकारी होने पर उसने बलात्कार का मुकदमा दर्ज करा दिया। मुकदमा होने के बाद दोनों ने आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया। बलात्कार के मुकदमे में विमलेश के 164 आरपीसी के बयान के आधार पर अंतिम रिपोर्ट लगा दी गई। इसके पश्चात् विमलेश पत्नी की तरह साथ रहने की जिद करने लगी। इन्द्रेश विमलेश से छुटकारा पाने के उपाय खोजने लगा उसने विमलेश के दो लोन से पांच लाख रूपये निकलवा कर अपने पास रख लिए इस बात पर विवाद होता था। बाराबंकी से ट्रांसफर होने के बाद बाराबंकी आकर विमलेश से मिलता रहता था और उसकी ड्यूटी पर आने-जाने के बारे में पूछता रहता था। इसके बाद आरओ/एआरओ की परीक्षा देने बाराबंकी आया और शाम सात बजे विमलेश से उसकी कहासुनी हो गई। जिसके बाद अपना मोबाइल लखनऊ के अलीगंज में मामा के घर छोड़ आया। फिर अपनी कार से टेड़ी पुलिया से कुर्सी, देवा, भयारा होते हुए मसौली पंहुचा।
रामनगर के महादेवा में विमलेश की ड्यूटी लगी है, क्योंकि उसे पता था इसलिए रामनगर की तरफ बढ़ा। आगे बढ़ते ही रास्ते में उसे विमलेश दिखी तो उसने उसे बिंदौरा पुल के पास रोक कर कुछ देर बात की। इस दौरान विमलेश ने लघुशंका की बात कही और झाड़ियों की तरफ बढ़ गई। जैसे ही उसने अपनी पैंट की जिप खोली पीछे से इन्द्रेश ने उसका गला दबा दिया और सिर पर पाना से प्रहार कर दिया।
टोल प्लाजा से बचता हुआ पंहुचा सुल्तानपुर
पहले से पत्नी की हत्या की साजिश बुन चुका इन्द्रेश बाराबंकी के हर रास्ते से वाकिफ था। लखनऊ से बाराबंकी आते समय भयारा मार्ग से आकर पत्नी की हत्या को अंजाम देने के बाद लौटते समय रानीगंज तिराहा से त्रिलोकपुर, फतेहपुर, कुर्सी होते हुए रात एक बजे लखनऊ अपने मामा के घर पहुंच गया। जहाँ से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे होकर सुल्तानपुर वापस निकल गया था।
पत्नी की हत्या से पूर्व अपना मोबाइल ऑफ किया था। जिसे अगले दिन सुल्तानपुर पहुंच कर ऑन किया। मोबाइल ऑन करने के बाद कई बार विमलेश के फोन पर वॉट्सप और फोन कॉल करके पुलिस की आँख में धूल झोंकने का प्रयास भी किया था।