डीएम के सख्त रुख पर गिरे 77 अवैध स्वास्थ्य संस्थानों पर ताले
अप्रैल से नवंबर तक सीएमओ टीम की ताबड़तोड़ और सराहनीय कार्रवाई
स्वास्थ्य महकमे की बड़ी कार्रवाई, 77 संस्थान पर कसा शिकंजा
कथनी_करनी न्यूज़
बाराबंकी। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर फैले गोरखधंधे को जिलाधिकारी के आदेश पर जाँच शुरू होने के बाद लगातार परिणाम दिखने शुरू हो गए है। दलालो के जरिये भोलेभाले मासूमों को स्वाथ्य सेवाओं के नाम पर ठगने के लिए संचालित होने की लगातार मिल रही शिकायतों को जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने संज्ञान लेकर कड़े निर्देश जारी किए। जिसके बाद सीएमओ अवधेश यादव द्वारा गठित की गई स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और डायग्नोस्टिक सेंटरों पर कार्रवाई शुरू की। स्वास्थ्य महकमे ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 2025-26 सत्र के पिछले सात महीनों में अप्रैल से लेकर नवंबर माह तक लगातार की गई जांच में कुल 77 बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पताल, पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटरों को सील किया गया है।दलालो का अड्डा बन चुके इन संस्थानों पर कार्रवाई से आमजन ने राहत की सांस लेते हुए डीएम को सराहना के पात्र बताया है।
झोलाछाप और फर्जी संस्थानों पर कसा शिकंजा
अवैध रूप से संचालित केंद्रों के खिलाफ यह अभियान जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक कड़ा कदम माना जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डीएम के निर्देश पर अलग-अलग ब्लॉकों में गोपनीय जांच कर अवैध गतिविधियों की पुष्टि की। इसके बाद बिना किसी दबाव के ताबड़तोड़ छापेमारी चलाते हुए 77 संस्थानों को तत्क्षण सीज कर दिया गया। जांच के दौरान कई जगह बिना रजिस्ट्रेशन, बिना विशेषज्ञ डॉक्टर और बिना लाइसेंस के गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा रहा था। कुछ केंद्रों पर पुराने, एक्सपायर या अवैध दवाइयों का इस्तेमाल भी पाया गया। कई पैथोलॉजी लैब बिना प्रशिक्षित तकनीशियनों के संचालित मिलीं। यह सारी गतिविधियां मरीजों की जान को जोखिम में डालने वाली थीं।
*बड़ी कार्रवाई से साफ संदेश*
सीएमओ के नेतृत्व में गठित टीमों ने यह कार्रवाई चरणबद्ध तरीके से की। हर केंद्र पर दस्तावेजों की जांच, लाइसेंस की पुष्टि और चिकित्सकीय व्यवस्था का सत्यापन किया गया। जहां भी गड़बड़ी मिली, वहीं मौके पर केंद्र सील किया गया। डीएम ने स्पष्ट किया है कि जिले में मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई से झोलाछाप चिकित्सकों और फर्जी चिकित्सा संस्थानों में हड़कंप मचा हुआ है, जबकि जनता में प्रशासन के इस कदम की सराहना की जा रही है। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
सीज हुए अवैध अस्पताल व पैथोलॉजी के नाम
डीएम शशांक त्रिपाठी के निर्देश पर सीएमओ टीम ने अप्रैल से नवंबर तक ज़िलेभर में ताबड़तोड़ छापेमारी चलाते हुए देवा, फतेहपुर बेलहरा, रानीबाजार, सूरतगंज, हैदरगढ़, दरियाबाद, त्रिवेदीगंज, जैदपुर, सिद्धौर, टिकैतनगर, आलापुर, सुबेहा, इचौली रोड, निन्दूरा, महमूदाबाद, बिबियापुर, भानपुर कोठी सहित अन्य क्षेत्रों में संचालित 77 फर्जी अस्पताल, क्लीनिक और डायग्नोस्टिक सेंटर सील कर दिए।कार्रवाई की जद में अजय कुमार वर्मा, नैना पॉलीक्लीनिक,तिरूपति हास्पिटल, डॉ. गौरव कुमार क्लीनिक, सिटी नर्सिंग होम एण्ड सर्जिकल सेन्टर, मोनिस पैथालॉजी, लखनऊ हास्पिटल एण्ड मैटरनिटी सेन्टर, रामअचल यादव क्लीनिक, विजय कुमार क्लीनिक, दीपक वर्मा क्लीनिक, हरिकेश कुमार, मनोज कुमार क्लीनिक, आरोग्य हेल्थ केयर, रामचन्द्र क्लीनिक, पी०एल० रावत क्लीनिक, संतोष कुमार क्लीनिक, शिव ओम क्लीनिक, एकता हास्पिटल, परफेक्ट नर्सिंग होम, आर०के० वर्मा क्लीनिक, मिथिलेश कुमार, हिन्द डायग्नोस्टिक सेन्टर, जन्नत हास्पिटल, रतनराय (बंगाली), आर०के० पॉलीक्लीनिक, शिवा डायग्नोस्टिक सेन्टर, मैक्स पॉलीक्लीनिक, बृजेन्द्र वर्मा क्लीनिक, अनिकेत पॉलीक्लीनिक, शिव कुमार विश्वास क्लीनिक, संजय कुमार वर्मा, साई डेन्टल क्लीनिक, जगदीश क्लीनिक, केसरी नंदन हास्पिटल, हर्षा पॉलीक्लीनिक, उत्तम सिंह क्लीनिक, एम०एस० डायग्नोस्टिक सेन्टर, अभय आर्थों एण्ड पॉलीक्लीनिक, चरक कलेक्शन सेन्टर, आर०आर० पैथालॉजी, अंशिका लक्ष्य हास्पिटल, रिलीफ हेल्थ केयर, हिन्द क्लीनिक, खेवली डेन्टल क्लीनिक, हरीषचन्द्र क्लीनिक, संजय क्लीनिक, इनाया पॉलीक्लीनिक, श्रेया क्लीनिक, संजय कुमार क्लीनिक, मन्नत डायग्नोस्टिक सेन्टर, आर०एस० मेडिकल्स एण्ड फार्मा क्लीनिक, स्काई पैथलैब एण्ड डायग्नोस्टिक सेन्टर, रिसर्च डायग्नोस्टिक सेन्टर,इसरार क्लीनिक, अपेक्स डायग्नोस्टिक सेन्टर, परिमल बरून क्लीनिक, एस०एस० हास्पिटल, आशीष क्लीनिक, जीवा हास्पिटल, श्री अनन्त हास्पिटल, वंश बहादुर क्लीनिक, यश हास्पिटल, लोधेश्वर महादेवा हास्पिटल, नेशलन हास्पिटल एण्ड ट्रामा सेन्टर, सरस्वती मेडिकल स्टोर, चांदसी क्लीनिक, अनवी क्लीनिक, श्री साई क्लीनिक (सोनू तीरथ), नीलम हास्पिटल आर्यन पॉलीक्लीनिक आदि प्रमुख केंद्र शामिल रहे।
डीएम का स्पष्ट संदेश—अभियान जारी
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। अवैध अस्पतालों, फर्जी लैब्स और झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा।


