कथनी_करनी न्यूज़ बाराबंकी। 2022 में पड़ोस गॉव की बालिका के साथ दुराचार के आरोप में बीते तीन वर्षो से जिला कारागार में निरुद्ध चल रहे विचाराधीन बंदी की मौत से साथी बंदियों में हड़कंप मच गया। जिला अस्पताल में बीती रात हुई मौत के बाद नगर कोतवाली पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है। जानकारी के अनुआ मसौली थाना क्षेत्र के जलुहामऊ मजरा पतिहापुरवा निवासी सुभाष यादव (40) पुत्र रामविलास के ऊपर 2022 के नवंबर माह की आठ तारीख को एक मासूम बालिका के संग बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया गया था। मामले में गिरफ्तारी के बाद 10 नवंबर 2022 को पुलिस ने पास्को, बलात्कार, हरिजन एक्ट जैसी कई गंभीर धाराओं में सुभाष यादव को न्यायालय में पेश किया था। मामले की सुनवाई कर रही कोर्ट ने जेल भेज दिया था। तब से लगातार जेल ने निरुद्ध चल रहे सुभाष की बीते रविवार की शाम अचानक तबियत बिगड़ गई। उसका जेल में प्राथमिक उपचार किए जाने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान जेल प्रशासन द्वारा परिजनों को सुचित करके सुभाष की तबियत की जानकारी दी गई थी। परिजन पहुंच पाते इससे पूर्व सुभाष की उपचार के दौरान मौत हो गई, और अस्पताल द्वारा उसका शव परिसर में स्थित मौर्चरी में रखवा दिया गया था। मृतक के भाई शिव कैलाश और तिलकराम का कहना है कि उसके भाई सुभाष अविवाहित था। उसके ऊपर दर्ज मुकदमा संख्या 606/2022 के तहत 376, पास्को, हरिजन एक्ट जैसी कई धाराओं में मुकदमा चल रहा था।