कथनी_करनी न्यूज़ बाराबंकी। शहर में बंदरो की बढ़ती तादात से आमजन को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को शहर के गुलरियागार्दा वार्ड में बंदरो के झुण्ड के खौफ से एक महिला छत से गिरकर गंभीररूप से घायल हो गई। जानकारी के अनुसार शहर के गुलरियागार्दा वार्ड की निवासिनी शन्नो (55) पत्नी गुड्डू उर्फ़ सुरेश कश्यप शाम को छत पर गई थी। इस दौरान बंदरो के झुण्ड ने उसे घेर लिया। एक साथ अचानक पहुंचे बंदरो के झुण्ड से घबराकर शन्नो छत से नीचे गिर गई। उसकी चीखे सुनकर पहुँचे परिजनाे ने जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने जाँच में शन्नो के हाथ पैरो में फैक्चर की रिपोर्ट मिलने पर उपचार के लिए भर्ती कर लिया।
नपा ने चलाया था अभियान
बता दे कि बंदरो की शहर में बढ़ती तादात पर अंकुश लगाने के लिए नगर पालिका परिषद प्रशासन द्वारा बंदरो को पकड़वाया गया था। बीते वर्ष मथुरा से बुलाये गई टीम ने सैकड़ो बंदराे को पिंजड़े में बंद करके शहर की आबादी से दूर इलाके में छोड़ा गया था। अभियान कुछ दिनों में बंद होने बाद बंदरो की संख्या एक वर्ष बाद पुनः सैकड़ो की तादात में पहुंच चुकी है, जो नगरवासियो के लिए बड़ी समस्या है।
संवेदनहीन नागरिक भोजन के दुश्मन
नगर के मोहल्लो में छत से लेकर गली और पेड़ो पर मंडराते बंदर का भूखा होना भी लोगो के लिए घातक है। संवेदनशील लोग मानवता दिखाते हुए जब इन भूखे बंदरो को खाने की सामग्री देते है, तब कुछ संवेदनहीन लोगो को नागवार गुजरता है। यही कारण है, कि बंदरो का भूखा रहना उन्हें आक्रामक बनाता जा रहा है।