नेपाल में घमासान, पीएम सहित अनेक मंत्रियों का इस्तीफा

Gen-Z आंदोलन : पुलिस की अंधाधुंध गोलीबारी में 25 की मौत, 422 घायल

कथनी_करनी न्यूज़ 

नेपाल सरकार द्वारा बीती 3 सितंबर को अपने देश में गैर-सूचीबद्ध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निष्क्रिय करने के फैसले से युवाओ में आक्रोश फैल गया था। जो सोमवार को Gen-Z पीढ़ी संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा फेसबुक और यूट्यूब सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बंद करने के फैसले का विरोध करने और जनता के करों के अधिकांश हिस्से को भ्रष्टाचार किए जाने का विरोध करने के लिए काठमांडू की जनता सड़कों पर उतर आई।

काठमांडू के बानेश्वर में युवाओं द्वारा पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने पर पुलिस ने आंसू गैस और रबर की गोलियां चला दी, जब प्रदर्शनकारी संसद भवन में घुसने लगे तो पुलिस ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। काठमांडू में पुलिस गोलीबारी में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। गृह मंत्रालय ने बताया है कि इटहरी में भी दो लोगों की मौत हुई है। इटहरी और काठमांडू को मिलाकर अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और देश भर में 422 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 20 की हालत गंभीर बनी हुई है। बानेश्वर चौक पर पुलिस गोलीबारी में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। अस्पताल ने बताया कि कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कुछ की इलाज के दौरान मौत हो गई। बानेश्वर के सिविल अस्पताल में 170 से ज़्यादा लोग अभी भी घायल हैं। अस्पताल में तीन लोगों की मौत हो गई। उसी अस्पताल से 15 लोगों को वीर अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। वीर अस्पताल में छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं। 49 घायलों का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। ट्रॉमा सेंटर में 8 लोगों की मौत हो गई है। आठ में से छह की पहचान हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि उस अस्पताल में एक आपदा योजना लागू की गई है।
बानेश्वर के एवरेस्ट अस्पताल में 34 घायलों का इलाज चल रहा है। जहां तीन लोगों की मौत हो गई। यहां पर सात ट्रॉमा मरीज हैं। पाटन अस्पताल में चार घायलों का इलाज चल रहा है।काठमांडू मेडिकल कॉलेज में 32 घायलों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अस्पताल ले जाए गए दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि छह अन्य को सर्जरी की ज़रूरत पड़ी। टीचिंग शिक्षण अस्पताल में 18 घायलों को भर्ती कराया गया है। जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई। तीन घायलों का इलाज नॉर्विक अस्पताल में चल रहा है। नॉर्विक अस्पताल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उनमें से दो को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। मंगलवार को सिविल अस्पताल में तीन प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। अस्पताल के निदेशक मोहन रेग्मी ने बताया कि मंगलवार को विभिन्न स्थानों से 190 घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। मंगलवार को काठमांडू के कालीमाटी क्षेत्र में पुलिस की गोली से दो आंदोलनकारियों की मौत हो गई।

मृतकों की सूची

सोमवार को पुलिस की गोलीबारी में खोटांग जिले की असबिन राय(21), दोलखा जिले के अनिल तमांग (19), डडेलधुरा के 22 वर्षीय मुकेश अवस्थी, बर्दिया के 19 वर्षीय सई अहमद, काठमांडू के 22 वर्षीय अबिक तन्दुकार, कंचनपुर की 21 वर्षीय जंती सिंह ठकुरी, अछाम के 25 वर्षीय राजेश सऊद, सिंधुपालचौक के 17 वर्षीय नोरबू तमांग, कीर्तिपुर 33 वर्षीय निक मगर, कालीकट के 26 वर्षीय पवन शाही, मोरंग की 20 वर्षीय लिज़ा अधिकारी, हेटौडा की 22 वर्षीय
भावना पौडेल, कैलाली की 27 वर्षीय
समीर लामा, काठमांडू के 30 वर्षीय
प्रकाश धामी, रुकुम के 22 वर्षीय विजय अधिकारी, काठमांडू के 30 वर्षीय कपिल श्रेष्ठ, दोलखा के 27 वर्षीय भूपेश कार्की, बर्दिया की 19 वर्षीय सुहानी श्रेष्ठ, एक अज्ञात की मौत हो गई।

Gen-Z आंदोलन : काठमांडू के मेयर बालेन ने प्रधानमंत्री ओली को ‘आतंकवादी’ बताया

कहा – वे नेता तो दूर, इंसान भी नहीं

राजधानी काठमांडू महानगरपालिका के मेयर बालेंद्र शाह (बालेन) ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ‘ओली’ की आलोचना की है। सोमवार को Gen-Z समूह द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन में 19 लोगों की मौत के बाद, बालेन ने सोशल मीडिया पर एक स्टेटस में प्रधानमंत्री ओली को ‘आतंकवादी’ कहा।

बालेन ने लिखा कि आप अपने नौकरों के लिए पिता बन गए हैं। अगर आप सचमुच कभी पिता होते, तो अपने बच्चों की मौत का दर्द समझते। दुनिया ने ऐसा आतंकवाद कभी नहीं देखा। इसलिए आप नेता तो दूर, इंसान भी नहीं रहे, आप आतंकवादी बन गए हैं।

आंदोलनकारियों ने पूर्व पीएम देउबा व उनकी पत्नी को घर में घुसकर ने पीटा

नेपाल की राजधानी काठमांडू में हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे जेन जी आंदोलनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी आरजू राणा देउबा की पिटाई कर दी। हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे जेन जी युवाओं ने सिंह दरबार और संसद भवन सहित शीर्ष नेताओं के घरों में आग लगा दी है। इसके अलावा, पार्टी कार्यालयों और पुलिस विभागों में भी लगातार तोड़फोड़ और आगजनी की जा रही है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top