बाराबंकी। हैदरगढ़ बाराबंकी मार्ग राहगीरों के लिए खतरे का सबब बनता जा रहा है। शहर की सीमा के दूसरे छोर पर फतहबाद स्थित ओवरब्रिज पार करते ही लोडर वाहनों का अंधाधुंध चक्रवात शुरू हो जाता है। ओवरब्रिज के दोनों तरफ ट्रको का कब्जा नजर आने लगता है, साथ ही सड़को पर एक दूसरे ट्रक और डंपर के ओवर टेक करने की होड़ राहगीरों के लिए जान जोखिम का खतरा बनकर मंडराने लगता है। मालूम हो कि बिना डिवाइडर वाले हैदरगढ़ बाराबंकी मार्ग पर भारी भरकम वाहनों की तेज रफ्तार आये दिन सड़क हादसों की वजह बनकर सामने आती रही है। कभी किसी घर का चिराग तो कभी घर का कमाऊ या सड़क पार कर रही महिलाओ और स्कूली छात्रों के तेज रफ्तार भारी वाहनों से कुचले जाने के बढ़ते मामले चिंता का कारण है। अधिकारी भी समय – समय पर अभियान चलाकर नियमों का पालन करवाते रहते है। लेकिन अंधाधुंध रफ्तार का बढ़ता कहर इस मार्ग पर दिन भर जारी रहता है। प्रत्येक गॉव, नदी और नालो के रास्तो के सम्पर्क मार्गो पर इनकी दौड़ अवैध खनन की दास्ता बयां करता है। ऐसी ही एक दुर्घटना रविवार सवेरे घटित हुई। जब हरख खेवली मार्ग पर अनियंत्रित रफ्तार डंपर अपनी रफ्तार के चलते सड़क के बाये जाकर सड़क किनारे खेत में जा गिरा। गनीमत रही कि कोई भी हताहत नहीं हुआ। चालक और क्लींनर ने कूद कर खुद का बचाव कर लिया। वही स्थानीय लोगो में चर्चा रही कि अगर सप्ताह में अन्य दिन में स्कूल के समय घटना होती तो शिक्षक और छात्रों के लिए ये घटना चिंताजनक साबित हो सकती थी। फिलहाल कड़ी मशक्कत के बाद दो जेसीबी की मदद से दोपहर दो बजे डंपर खेत से बाहर निकाला जा सका।