बाराबंकी। परिषदीय विद्यालयों में ऐसे भी शिक्षक हैं। जिन्होंने अपने अथक प्रयास से विद्यालय की तस्वीर बदल दी किसी की लकीर को छोटा करके नहीं बल्कि लंबी लकीर खींचकर नये कीर्तिमान स्थापित किया। जो बेसिक शिक्षा में मिल का पत्थर साबित हो रहा है। कंपोजिट विद्यालय मनेरा की शिक्षिका लक्ष्मी सिंह ने सहायक अध्यापक के रूप में 10 फरवरी 2009 को प्राथमिक विद्यालय सहायक अध्यापक के रूप में कार्य भार ग्रहण किया। लक्ष्मी सिंह के कार्य व्यवहार को देखते हुए 2 महीने में प्राथमिक विद्यालय खुटौली का प्रभार दे दिया। वहां पर खेल प्रतियोगिता में मंडल स्तर तक जहां बच्चों ने अपनी जगह बनाई वही अन्य काई प्रतियोगिताओं में भी विजयी हुए।
20 जुलाई 2011 को लक्ष्मी सिंह ने प्राथमिक विद्यालय मनेरा में कार्यभार ग्रहण किया कार्यभार ग्रहण करते ही लक्ष्मी सिंह के पास विद्यालय का प्रभार आ गया। लक्ष्मी सिंह बताती है जब मेरी तैनाती वर्ष 2011 में प्राथमिक विद्यालय में हुई, तो उस समय विद्यालय की स्थिति बहुत ही खराब थी। लेकिन विभिन्न अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान के सहयोग से परिषदीय विद्यालय की तस्वीर बदल दी। उनके द्वारा विद्यालय के विकास के साथ महिला साक्षरता साथ ही विद्यालय में छात्रों का नामांकन बढ़ाने जाने हेतु अभिभावकों से संपर्क कर प्रतिवर्ष नामांकन किया। एवं डोर टू डोर जाकर अभिभावकों से संपर्क किया जिससे अभिभावकों के दिल में लक्ष्मी सिंह के लिए जगह बनी। विद्यालय में अंग्रेजी शिक्षा पर जोर देकर विद्यालय को जहां इंग्लिश मीडियम कराया।
वही फर्नीचर स्मार्ट क्लास आदि की उपलब्धता करा कर बच्चों को बेहतर शिक्षण देने का कार्य किया। वर्तमान तकनीकी दौर में आईसीटी के माध्यम से लैपटॉप मोबाइल और अभिभावकों से निरंतर संपर्क हेतु स्कूल में डायरी का वितरण किया। वर्तमान तकनीकी दौर में आईसीटी के माध्यम से लैपटॉप मोबाइल स्मार्ट टीवी का प्रयोग करते हुए ऑनलाइन शिक्षा का भी प्रारंभ किया। इनके प्रयास से बच्चों को शिक्षा को सुदृढ़ किया गया। बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित हुए शिक्षिका को अभी तक लगभग 33 सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें मिशन शक्तिए स्वीप कार्यक्रमण् वृक्षारोपण कार्यक्रम स्वच्छता कार्यक्रम आईसीटी आदि के लिए सम्मानित किया गया है। शिक्षिका को 2023 में राज स्तरीय आईसीटी अवार्ड जहां प्राप्त हुआ। वही राज्यपाल महोदय के द्वारा भी आईसीटी के लिए शिक्षक को प्रशंसा प्राप्त हुई। उन्होंने बताया यूपी सरकार की कायाकल्प योजना के तहत उन्होंने विद्यालय को 19 बिंदुओं में कंपोजिट होने के पूर्वीतृप्त कर दिया था। और भाव को व ग्राम प्रधान के मध्य समन्वय स्थापित कर शिक्षा का एक बेहतर मुकाम हासिल किया।