क्या है… विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान

विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान” के अंतर्गत जनपद में प्रबुद्धजनों का संवाद

मेडिकल छात्रों से लेकर किसानों व उद्यमियों, महिला समूहों तक, हर वर्ग ने दिए विजन 2047 के सुझाव

समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल और क्यूआर कोड से जुड़ने की प्रबुद्धजनों व अधिकारियों ने की अपील

कथनी_करनी न्यूज़ 

बाराबंकी। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी पहल “विकसित उत्तर प्रदेश @2047” के क्रम में जनपद बाराबंकी में आज वरिष्ठ प्रबुद्धजनों का प्रवास एवं संवाद कार्यक्रम संपन्न हुआ। जनपद की नोडल अधिकारी/अपर मुख्य सचिव आबकारी/गन्ना वीना कुमारी मीना, शासन स्तर से नामित प्रबुद्धजन वरिष्ठ से0नि0 आईएएस मुकुल सिंघल, से0नि0आईएफएस डॉक्टर रश्मि कांत शुक्ल, से0नि0आईआरएसएस धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव व पूर्व निदेशक पशुपालन डॉक्टर एस0के0 श्रीवास्तव आदि अधिकारी दिनभर विभिन्न वर्गों से संवाद किया। इस दौरान जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने आये हुए प्रबुद्धजनों एवं नोडल अधिकारी महोदया का स्वागत किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की पिछले आठ वर्षों की विकास यात्रा को जनमानस के सामने प्रस्तुत करना और आगामी विजन–2047 के लिए जनसहभागिता आधारित रोडमैप तैयार करना रहा।

प्रथम सत्र – शिक्षा संस्थानों के विद्यार्थी, प्रधानाध्यापकों व शिक्षाविदों के साथ संवाद एवं संगोष्ठी

हिन्द मेडिकल कॉलेज के ऑडोटोरियम में प्रथम सत्र के अंतर्गत प्रबुद्धजनों ने मेडिकल और टेक्निकल विद्यार्थियों के साथ संवाद किया।मेडिकल छात्रों ने सुझाव दिया कि आने वाले समय में चिकित्सा शिक्षा को ए.आई. आधारित तकनीकों से जोड़ा जाए, ताकि डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भविष्य की चुनौतियों का सामना बेहतर तरीके से कर सकें। टेक्निकल छात्रों ने रोजगारोन्मुखी शिक्षा, आधुनिक प्रयोगशालाओं की उपलब्धता और स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ावा देने पर बल दिया।

विभागीय अधिकारियों के साथ विजन 2047 के अंतर्गत भविष्य की योजनाओं पर चर्चा
कलेक्ट्रेट लोक सभागार में 12 प्रमुख सेक्टरों – कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, अवसंरचना, सामाजिक सुरक्षा, वित्तीय समावेशन आदि के अधिकारियों ने पिछले आठ वर्षों की उपलब्धियां प्रस्तुत कीं।
प्रबुद्धजनों ने अधिकारियों से सीधा संवाद करते हुए योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और आमजन तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने भी स्थानीय स्तर की चुनौतियों व भविष्य की प्राथमिकताओं को साझा किया।

जिले के प्रगतिशील कृषकों, कृषि वैज्ञानिक से संवाद व भविष्य की योजनाओं पर चर्चा

गांधी सभागार, डीआरडीए
में यह सत्र कृषि क्षेत्र के सहयोग से विकसित भारत के संकल्प को कैसे पूरा किया जाएगा ? इस पर केंद्रित रहा। जनपद के प्रगतिशील किसान पद्मश्री डॉ. रामसरन वर्मा ने खेती में विविधीकरण और पशुपालन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह दोनों पहलू किसानों की आय दोगुनी करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की कुंजी हैं। जनपद के युवा एंटरप्रेन्योर निम्मित ने फूड प्रोसेसिंग उद्योग के विस्तार की आवश्यकता पर बल दिया और स्थानीय उत्पादों को वैल्यू एडिशन कर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने की रणनीति साझा की। साथ ही कृषक राम किशोर पटेल सहित अन्य प्रगतिशील किसानों और उद्यमियों ने भी विजन 2047 के लिए अपने-अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए। कृषि वैज्ञानिकों ने नई किस्मों, जैविक खेती और तकनीकी नवाचार की महत्ता पर प्रकाश डाला।

महिला समूह और श्रमिक संगठन से संवाद

कलेक्ट्रेट लोक सभागार में महिला स्वयं सहायता समूहों की प्रतिनिधियों ने बताया कि किस प्रकार समूह आधारित कार्यों से ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। उन्होंने आगे हस्तशिल्प, डेयरी और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने सम्बन्धी अन्य महत्वपूर्ण सुझाव रखे।इस दौरान नोडल अधिकारी ने महिलाओं को बड़े उद्योगों में भागीदारी व बनने वाले सामानों की गुणवत्ता पर फोकस कर विकसित उत्तर प्रदेश में सहभागी बन सकते है। श्रमिक संगठनों ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार और श्रमिकों के कौशल उन्नयन कार्यक्रमों को और मजबूत करने की आवश्यकता जताई। प्रबुद्धजनों ने इस वर्ग के सुझावों को भविष्य की योजनाओं में शामिल करने का आश्वासन दिया।

पंचम सत्र-व्यवसायी और उद्यमियों से संवाद

कलेक्ट्रेट लोक सभागार में दिन का अंतिम सत्र व्यापार व उद्योग जगत को समर्पित रहा।
स्थानीय व्यवसायियों ने निवेश प्रोत्साहन, औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार और एमएसएमई को सहयोग बढ़ाने संबंधी मुद्दे उठाए।
उद्योगपतियों ने स्थानीय स्तर पर स्टार्ट-अप्स और नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता जताई। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि जनपद का उद्योग क्षेत्र विजन 2047 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस दौरान मंडलीय आई0आई0ए0 अध्यक्ष अयोध्या मण्डल कैप्टन डॉ राजेश कुमार तिवारी सहित जनपद के अन्य उद्यमियों ने विकसित उत्तर प्रदेश 2047 पर अपने सुझाव प्रस्तुत किये।

“समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल” और क्यूआर कोड से जुड़ें

प्रबुद्धजनों व अधिकारियों ने बताया कि अभियान का मकसद केवल संवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि हर नागरिक को अपनी बात सीधे सरकार तक पहुंचाने का अवसर दिया जा रहा है।
लोग अपने विचार व सुझाव “समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल” और उपलब्ध क्यूआर कोड के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं।
उन्होंने अपील की कि अधिक से अधिक नागरिक इस पहल से जुड़कर प्रदेश के विजन 2047 को सामूहिक स्वरूप प्रदान करें।

जिलाधिकारी श्शांक त्रिपाठी ने कहा कि “विकसित उत्तर प्रदेश @2047” का सपना तभी साकार होगा जब इसमें हर वर्ग की भागीदारी होगी। जनपद स्तर पर प्राप्त सभी सुझाव शासन को भेजे जाएंगे ताकि भविष्य की नीतियों और योजनाओं में आमजन की सोच और अपेक्षाओं को स्थान मिल सकें। इस अवसर पर जिले के सम्बंधित अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

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