एआरटीओ कार्यालय के दलाल कर रहे भ्रष्टाचार, अधिवक्ताओ ने खोली पोल
ज्ञापन मिलने पर जिलाधिकारी ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
कथनी_करनी न्यूज़
बाराबंकी। अधिवक्ता रितेश कुमार मिश्र ने ए.आर.टी.ओ कार्यालय के दोषी, भ्रष्ट्राचार में लिप्त कर्मियों व उनके कृपापात्रों पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही हेतु ज्ञापन जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी को दिया। जिस पर उन्होंने शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया।
अवगत कराना है कि ए.आर.टी.ओ कार्यालय में लाइसेंस आवेदन से लेकर विविध मदो मे जमा की जाने वाली शुल्को व फिटनेस, लाइसेंस आदि जारी करवाने जाने आदि समस्त क्रियाकलापों मे एक निर्धारित घूस की रकम तय हैं। ए.आर.टी.ओ कार्यालय मे सामान्यतयः घूस की रकम 100₹ से शुरू होकर दो हजार रूपये तक है। जो काम के हिसाब से घटती – बढ़ती रहती है। कई बार शिकायत करने पर दलालों के खिलाफ कार्यवाही हुई जिससे दलालों की सक्रियता तो घटी किन्तु ए.आर.टी.ओ कार्यालय के कर्मचारी खुद उस कार्यों मे लिप्त हो गए तो दलालों की आवश्यकता ही क्या है ए.आर.टी.ओ कार्यालय मे अनेकों प्राइवेट कर्मचारी जो सरकारी कर्मियों द्वारा अपने सहायकों के रूप रखे गए है। वह कार्यालय मे खुली दलाली करते है। ए.आर.टी.ओ द्वारा किए गए चालानो एवं निरुद्ध किए गए चालान/सीजर अधिकांशतः कई महीनो तक न्यायालय नही भेजे जाते चाहे न्यायालय से उक्त तलबी ही क्यों न भेजी जाए परंतु कुछ खास व्यक्ति ऐसे है जिनके ए.आर.टी.ओ कार्यालय मे प्रवेश करते ही समस्त वहां के सक्रिय कर्मी पैसा लेकर तत्काल उनके बनाए गए चालान/सीजर न्यायालय मे प्रेषित करवा देते है। इसकी यदि विधिवत जांच करवायी जाए तो स्थिति स्वतः स्पष्ट हो जाएगी और इस अवैध कृत्य मे लिप्त कर्मी व दलाल की स्वयं पहचान हो जाएगी। लेकिन तथ्यों पर कोई कार्यवाही नही होती बल्कि बाहर बैठे आनलाइन कराने वाले बेरोजगारों को पकड़ कर कार्यवाही को अंजाम देते है, जो जांच का विषय है। इसी के चलते कुछ चालान पीड़ित न्यायालय से राहत पाते है और कुछ इस सक्रिय दलालों के कोप का शिकार होकर मोटी रकम जमा करवाने को मजबूर होते है। यही नहीं कोरोना काल में सरकार द्वारा माफ लिए गए चालानो को बिना उचित घूस लिए नहीं भेजा जाता। इन हालातो मे भ्रष्ट्राचार मुक्त प्रदेश कैसे बनेगा यह विचारणीय प्रश्न है।
आमजनमानस एवं पीड़ितों की समस्याओं के निरन्तर निराकरण एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध सतत प्रयासरत रहा है इसी क्रम में ए.आर.टी.ओ कार्यालय मे व्याप्त भष्ट्राचार के खिलाफ कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। इस ज्ञापन देने वालों में संजय गांधी, रितेश कुमार, मनोज तिवारी, पंकज रावत, शुभम शर्मा, आसिफ, फरहत फातिमा, सुमन, रानी कश्यप, मो ताहिर, शशिकांत अवस्थी, अमित कुमार, राहुल मिश्र, मोहित मिश्रा, राम सजीवन वर्मा, शिव कुमार यादव, अभिषेक शुक्ला, हारून आदि उपस्थिति रहे।