अल्लाह के अलावा जो कुछ दुनियां में है वो मखलूक है
इस्लाम के नज़रिये में आदम को मिट्टी और पानी से बनाया गया
बाराबंकी। अल्लाह के अलावा जो कुछ दुनियां में है वो मखलूक है। इस्लाम के नज़रिये में आदम अ को मिट्टी और पानी से बनाया गया। अल्लाह ने आदम को अपनी मर्ज़ी से जैसा चाहा वैसा बनाया। मिट्टी उनसुर नहीं अनासिर का मजमुआ है। पंजतन की ज़ात वह ज़ात है जिसे मलायका को भी सर उठाकर देखना पड़ता है अली अ. की जमा को आलीन कहते हैं जिन पर आदम का सजदा नहीं पंजतन का तअररुफ अर्श पर अली अ., फर्श पर मोहम्मद स. अ. व. और चादर में फ़ातिमा ज़हरा हैं। यह बात जावेद अस्करी द्वारा आयोजित क़र्बला सिविल लाइन में सालाना मजलिस को सम्बोधित करते हुए आली जनाब मौलाना मीसम ज़ैदी साहब ने कहा उन्होंने यह भी कहा सूफियत और शीयत में तौहीद के नज़रिये अलग अलग हैं। शीयत में इंतेक़ाल तो सूफियत में विसाल होता है। आखिर में क़र्बला वालों के मसायब पेश किये जिसे सुनकर सभी रोने लगे मजलिस से पहले डा. रज़ा मौरानवी, अजमल किंतूरी, डा. मुहिब मौरानवी, आरिज़ ज़रगावी, जेना जफराबादी, मो. मेंहदी नक़वी और हाजी सरवर अली कर्बलाई ने नज़रनाये अक़ीदात पेश किये। आरम्भ मौलाना हिलाल अब्बास ने तिलावत से किया।