बाराबंकी। भीषण उमस भरी गर्मी के प्रकोप से शुक्रवार को दो इंटर कॉलेजाे की चार छात्राओं के बेहोश हो गई। लगातार बढ़ रही ऐसी घटनाओ से स्कूल प्रबंधन और अभिभावकाे चिंतित महसूस कर रहे है। शुक्रवार सवेरे जिला अस्पताल में दो इंटर कॉलेज की छात्राओं की तबियत बिगड़ने पर उपचार के लिए लाई गई। इनमे जहांगीराबाद स्थित राजकीय रसूलपुर हाउस विद्यालय की छात्राओं को शुक्रवार सवेरे जुडो कराटे अभ्यास के बाद गर्मी लगने से बेहोश हो गई। जिसके बाद उन्हें कक्षा में बैठाया गया, कक्षा में बिजली नहीं होने पर पंखे बंद होने से उन्हें और परेशानी हुई। सवेरे करीब आठ बजे हाईस्कूल छात्रा खुशी निवासिनी मिर्जापुर, मुजफ्फरपुर निवासनी प्रेमलता और गोपालपुर निवासनी पुष्पा को अध्यापक द्वारा जहांगीराबाद सीएचसी पहुंचाया गया। जहाँ दो छात्राओं का प्राथमिक उपचार करके घर भेज दिया गया। जबकि खुशी की हालत गंभीर होने के चलते जिला अस्पताल रेफर करना पड़ा। विद्यालय का कहना है कि कुछ छात्राएं घर से खाली पेट आई थी, इसी वजह से बीमार हुई है। इसी क्रम में शहर के लखपेड़ाबाग स्थित महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज की 12वीं की छात्रा साक्षी को स्कूल में इंटरवल के बाद गश खाकर बेहोश होने पर प्रधानाचार्य द्वारा उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहाँ उसका उपचार शुरू हो गया। कॉलेज प्रिंसिपल का कहना है कि साक्षी को साइनस बीमारी की समस्या है।
सीएचसी पर उपचार में लापरवाही के आरोप जहांगीराबाद सीएचसी स्टॉफ पर कॉलेज और अभिभावकों की तरफ से उपचार में लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए गए है। अभिभावकाे ने बताया कि राजकीय रसूलपुर हाउस विद्यालय में बेहोश हुई तीन छात्राओं को जब यहां पहुंचाया गया, तब उनकी प्राथमिक जांच के बाद यहां के स्टॉफ ने छात्राओं को स्ट्रेचर से उतार कर पैदल चलने को कहा और बताया कि कुछ नहीं हुआ है। छात्रा खुशी को भी उतार दिया कहा ये नाटक कर रही है। इस बीच खुशी दर्द से करहते हुए फिर बेहोश हो गई। ऐसा देख घबराये परिजनों की स्टॉफ से बहस होने नाराज स्टॉफ ने उपचार करने से मना कर दिया। स्टॉफ का अपनी सफाई में कहना है कि एम्बुलेंस को बुलाया गया था लेकिन वो 45 मिनट देर से पहुंची थी। जिसके बाद खुशी को परिजन जिला अस्पताल ले आए।