पीएमओ से आई जाँच का फर्जी निस्तारण, डीएम को शिकायत
बाराबंकी। जल जीवन मिशन योजना (ग्रामीण) में हो रही देरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायत मिली थी। जिसकर बाद पीएमओ कार्यालय द्वारा सम्बंधित अधिकारियो को जल जीवन मिशन से जुड़ी खामियों को दूर करने के निर्देश दिए गए। जिला स्तरीय जिम्मेदाराे ने जिसका फर्जी निस्तारण करके मामले को दबाने की शिकायतकर्ता ने पुनः पीएमओ कार्यालय शिकायत करने के बाद जिलाधिकारी को भी लिखित पत्र भेजा है।
ज्ञात हो कि जल जीवन मिशन योजना (ग्रामीण) के तहत 2024 तक का लक्ष्य था। इस अवधि में सभी गॉव को शुद्ध पेयजल आपूर्ति से जोड़ा जाना था। समय अवधि पूरी हो जाने के बावजूद जल जीवन मिशन योजना में अनेक खामियाँ सामने आने के बाद पर्यावरण सेवक व सेवादार मनीष मेहरोत्रा ने प्रधानमंत्री कार्यालय शिकायत भेजी थी। पीएमओ कार्यालय ने शिकायत को संज्ञान में लेते हुए जल निगम ग्रामीण बाराबंकी के जिम्मेदार अधिकारी अमित कुमार को समस्या का निराकरण करन के निर्देश दिए थे। पीएमओ ने मुख्यमंत्री कार्यालय से सम्बद्ध संयुक्त सचिव अरविन्द मोहन को जाँच के लिए निर्देशित किया गया। शासन ने भी अधिशाषी अभियंता, जल निगम, बाराबंकी से जाँच आख्या मांगी थी। अधिशाषी अभियंता ने बिना कोई जाँच पड़ताल किए, अधिशाषी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) ने पीठापुर, विकास खंड सिरौलीगौसपुर बाराबंकी के निवासी आशीष कुमार शिकायतकर्ता की जाँच रिपोर्ट जो कि टेंडर से सम्बंधित था उस रिपोर्ट को शिकायत के प्रकरण की जाँच करने के लिए शासन ने अधिशाषी अभियंता को दिया गया था। शिकायतकर्ता की शिकायत का निस्तारण की आख्या संयुक्त सचिव अरविन्द मोहन को भेज दी। जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसी जाँच रिपोर्ट की आख्या को पीएमओ भारत सरकार को भेज कर इतिश्री कर ली। जिसके बाद पीएमओ से शिकायतकर्ता मनीष मेहरोत्रा को उनकी शिकायत बंद करने की जानकारी दी गई। पीएमओ को भ्रमित करके मनीष मेहरोत्रा की सभी शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया। शिकायतों का फर्जी निस्तारण करने वाले जिला स्तरीय अधिकारियो के खिलाफ सेवादार मनीष मेहरोत्रा ने जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी को पत्र भेजकर अवगत कराया है। जिलाधिकारी को जन आक्रोश का कारण बताते हुए शिकायत की सही जाँच करा के लोगो को राहत दिलाने की मांग की है।
डीएम का निर्देश, कार्रवाई की शुरुआत
जिलाधिकारी ने मनीष मेहरोत्रा की शिकायत को संज्ञान लेते हुए जिम्मेदार अधिकारियो को निर्देश दिए। जिसके बाद सम्बंधित अधिकारी मौके पर पहुंच कर कार्रवाई में जुट गए।