कथनी_करनी न्यूज़ बाराबंकी। स्वरूप प्रतिष्ठा के उपरांत लीलाओं का मंचन प्रारंभ हो गया है, जिसके क्रम में आज दशहरा मंदिर पर पूजन अर्चन उपरांत राम वन गमन की लीला का मंचन किया गया, पौराणिक कथाओं के अनुसार चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने चारो पुत्रों के विवाह के पश्चात राम के राज्याभिषेक की घोषणा कर दी थी, राजा दशरथ से कैकई द्वारा अपने दो वरदान के क्रम में राजा दशरथ ने राम को वन जाने की बात बताई, पिता के वचन को पूरा करने राम अपने महल से वन के लिए प्रस्थान कर देते है, इस दौरान सुमंत अपने रथ पर राम, लक्ष्मण, जानकी को लेकर वन प्रस्थान करते है।
इस दौरान अयोध्यावासी उन्हें रोकने का प्रयास करते है, इस भावपूर्ण मंचन को देखने के लिए सैकड़ों लोगो की भीड़ उमड़ी रही, नम आंखों से अयोध्यावासी विरह के साथ राम लक्ष्मण एवम सीता को निहार रहे है। लीला व्यास प्रमोद पाठक ने बताया कि आज प्रभु तमसा नदी पर निवास करेंगे, रमेश चंद्र कुरील, पुरुषोत्तम टंडन, राजेश गुप्ता कृष्णा, अंकित, गुप्ता गोलू, उमाकांत पांडेय, राजीव पाठक, रज्जन, सुशील गुप्ता, प्रशांत सिंह, आर्यन तिवारी आदि प्रमुखजन मौजूद रहे।