’गांधी आज हमारे जीवन में‘ विषयक भाषण प्रतियोगिता आयोजित
कथनी_करनी न्यूज़
बाराबंकी। महात्मा गांधी का नाम लेते ही हमारे मन में एक सादे कपड़े पहने, हाथ में लाठी लिए, तेजस्वी परंतु विनम्र व्यक्तित्व की छवि उभर आती है। वे केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नेता ही नहीं थे, बल्कि पूरी मानवता के लिए नैतिकता और सत्य का प्रतीक थे। गांधी जी का जीवन हमें यह सिखाता है कि बिना हिंसा के भी सबसे बड़ी लड़ाई लड़ी जा सकती है। आज, जब दुनिया तकनीक और भौतिक प्रगति की दौड़ में आगे बढ़ रही है, गांधी जी के आदर्श और भी प्रसांगिक हो जाते हैं। यह बाते रविवार को गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट की ओर से गांधी जयन्ती सप्ताह पर स्कूली बच्चों के बीच चल रही प्रतियोगिता के पांचवें दिन भाषण प्रतियोगिता के प्रतिभागी बच्चों ने कही। इसमें जूनियर ग्रुप के बच्चों ने “हमारे जीवन में गांधी’ और सीनियर ग्रुप के बच्चों ने महात्मा गांधी को जैसा मैंने जाना’ विषय पर अपने विचार रखे। जूनियर ग्रुप में जमील उर रहमान किदवई इस्लामिया गर्ल्स कॉलेज की छात्रा साइमा सना पहले, राजकीय इ. कॉलेज के छात्र शाभ्यम निगम दूसरे और पायनियर मांटेसरी हाई स्कूल की छात्रा इल्तिमा अंसारी तीसरे स्थान पर रहीं। अन्य छात्रों को प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए चुना गया। वहीं सीनियर ग्रुप में जमील उर रहमान किदवई इस्लामिया गर्ल्स कॉलेज की छात्रा मोहिनी गोस्वामी पहले, पायनियर मांटेसरी हाईस्कूल की छात्रा इरम फातिमा दूसरे और जमील उर रहमान किदवई इस्लामिया गर्ल्स कॉलेज की छात्रा आयुषी वर्मा को तीसरा स्थान मिला। निर्णायक की भूमिका में गांधीवादी अध्येता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता शऊर कामिल किदवाई एवं जिला उपभोक्ता फोरम के पूर्व न्यायिक सदस्य हुमायूं नईम खान ने प्रतियोगिता का अंकन करके विजेता प्रतिभागियों के नामों की घोषणा की। प्रतियोगिता का संचालन पाटेश्वरी प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में उ.प्र. कोआपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन धीरेन्द्र वर्मा, गांधी ट्रस्ट के अध्यक्ष राजनाथ शर्मा, विनय कुमार सिंह, अशोक कुमार शुक्ला, मृत्युंजय शर्मा, नीरज दूबे, अशोक जायसवाल, सत्यवान वर्मा, विजय कुमार सिंह मुन्ना, रणंजय शर्मा, मनीष कुमार, अंकित शर्मा, राजेश यादव आदि लोग मौजूद रहे।