रसायनिक कीटनाशक से बढ़ता स्वास्थ्य व पर्यावरण को खतरा

रासायनिक कीटनाशक से स्वास्थ और पर्यावरण को खतरा :- अमित सिंह

प्रगतिशील कृषकों का दो दिवसीय आईपीएम ओरिएंटेशन एचआरडी का शुभारम्भ

कथनी_करनी न्यूज़ 
बाराबंकी। भारत सरकार, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय के उप कार्यालय क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, लखनऊ, भारत सरकार के प्रभारी अधिकारी डॉ० ज्ञान प्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक (कीट विज्ञान) के निर्देशन में राजकीय उद्यानिक प्रक्षेत्र, बेलहरा, विकास खण्ड फतेहपुर, जनपद-बाराबंकी में दो दिवसीय आईपीएम ओरिएंटेशन एचआरडी प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में अमित कुमार सिंह, वनस्पति संरक्षण अधिकारी, क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, लखनऊ एवं डॉ पंकज शुक्ला, उप-निदेशक (उद्यान), डॉ ए.के. शुक्ला, सतीश सिंह, निदेशक, उत्कृष्ट कृषि प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने अपना व्याख्यान दिया एवं कम लागत में अधिक और गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के बारे तकनीकी चर्चा की।

अमित कुमार सिंह, वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने अपने संबोधन में बताया कि फसलों को कीट एवं बीमारियों से बचाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों का अनुचित एवं अंधाधुंध उपयोग किया जा रहा है। रासायनिक कीटनाशक हर किसी के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी बेहद नुकसानदायक है। इसलिए जरुरी है कि कृषकों को प्रेरित किया जाये। जिससे किसान एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन को अपनाएं और जरुरत पड़ने पर केन्द्रीय कीटनाशी बोर्ड एवं पंजीकरण समिति द्वारा संस्तुत रासायनिक कीटनाशक ही अंतिम विकल्प के तौर पर उपयोग करना चाहिए तथा आई.पी.एम. के अंतर्गत आने वाली अन्य तकनीकाे के साथ जैविक कीटनाशकों के प्रयोग पर जोर दें।
सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी संदीप मौर्या ने किसानों को संबोधित करते हुए आई.पी.एम. की व्यवहारिक विधि की चर्चा के साथ-साथ पर्यावरण, पारिस्थितिक तंत्र, जैव विविधता एवं प्रकृति को सुरक्षित रखता है एवं परंपरागत एवं समेकित कृषि तथा आईपीएम का फसल उत्पादन के योगदान में महत्व के बारे में बताया।

सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी रुपेश कुमार ने राष्ट्रीय नाशीजीव निगरानी प्रणाली ऐप (एन.पी.एस.एस. ऐप) के बारे में विस्तृत जानकारी दी, कि ऐप के माध्यम से कैसे आप कीड़े और बीमारी की पहचान एवं उनके प्रबंधन की जानकारी करेंगे।
सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी फराज अहमद खान ने आईपीएम की जैविक विधि के बारे में जानकारी प्रदान की जैसे ट्राईकोडर्मा, मित्र कीट और शत्रु कीट की पहचान आदि के विषय में बताया।
क्षेत्रीय केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, लखनऊ, द्वारा आई.पी.एम. प्रदर्शनी लगाई गई। जिसे केंद्रीय टीम में संदीप मौर्या, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी, रुपेश कुमार, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी, फ़राज़ अहमद खान, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी एवं आशुतोष वर्मा, वैज्ञानिक सहायक, ने आई.पी. एम. प्रदर्शनी से संबंधित किसानों को विस्तृत जानकारी दी।
उद्यान निरीक्षक अनिल शुक्ला ने राज्य सरकार द्वारा निर्यात से संबंधित चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में इंद्र प्रकाश सिंह, वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक, धनंजय सिंह, कृषि निर्यातक आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में किसानों का रजिस्ट्रेशन आशुतोष वर्मा, वैज्ञानिक सहायक ने किया एवं कार्यक्रम आयोजन में अनिल शुक्ला, उद्यान निरीक्षक ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top